मोहब्बत करके तो देखो
मोहब्बत करके देखो तो, मोहब्बत क्या नहीं करती !
मोहब्बत खुद भी होती है, मोहब्बत खुद हो जाती है!
मोहबत खुद बनाती है,मोहब्बत खुद भी बनती है !
मोहब्बत खुद भी अंधी है, मोहबत अँधा करती है !
मोहब्बत झुक भी सकती है, मोहब्बत झुका भी देती है!
मोहब्बत खुद भी नफ़रत है, मोहब्बत प्यार भी करती है !
मोहब्बत प्यार है दिल का, मोहब्बत एसार भी करती है!
मोहब्बत काम है दुःख का, मोहब्बत नाम है सुख का !
मोहब्बत नाम है इस का, मोहब्बत इस ही को कहते है!
मोहबत करके देखो तो, मोहब्बत क्या नहीं करती!
Harish Vishwakarma
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