Saturday, December 31, 2011

 ३१ दिसंबर २०११

आज फिर दिल उदास है, ३१ दिसंबर को फिर एक आस है,
जाने वाले  साल ने  क्या कुछ नहीं दिया क्या ये कम ख़ास है,

कैसे बिताये है इस चार दीवारों के बीच में रह कर एक साल हरीश
कैसे भूल सकते है इस जाने वाले साल को जो अपने लिए एक इतिहास है 
दिन तो गुजर जाता है परन्तु साम तन्हाई से भरा हुआ 
इन चार दीवारों के बीच घुटन सी महसूस होती है 
आज फिर दिल उदास है, ३१ दिसंबर को फिर एक आस है
किसी को देखने को मन करे सिर्फ उसे देखता रहूँ 
Happy. Year Ending  


Sunday, December 4, 2011

 आज तक बहुत कुछ खोया है हमने
आज तक बहुत कुछ खोया है हमने ,
लेकिन आज कुछ पाने को दिल चाहता है ,
हर हालात को ख़ुशी से कबूल किया है हमने ,
लेकिन आज उनसे लड़ने को दिल चाहता है,
अब तक तनहा थे जिंदिगी में हम,
लेकिन अब किसी को अपना बनाने को दिल चाहता है ,
ना जाने कब से नहीं सोये है हम,
लेकिन आज जी भर के सोने को दिल चाहता है ,
चलते - चलते बहुत थक गए है हम ,
लेकिन आज एक जगह रुक जाने को दिल चाहता है,
अब तक हर कदम रखा है हमने सम्हाल के ,
लेकिन आज बहक जाने को दिल चाहता है,
हर कोई छोड़ जाता है बीच राह में हमें ,
लेकिन आज सबको तनहा छोड़ जाने को दिल चाहता है ,

कोई तुमसे पूछे कौन हूँ में ,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं
एक दोस्त है कच्चा पक्का सा ,
एक झूठ है आधा सच्चा सा ,
जज़्बात को ढके एक पर्दा बस ,
एक बहाना है अच्छा अच्छा सा ,

जीवन का एक ऐसा साथी है,
जो दूर होके पास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मै
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं

हरीश मासूम विश्वकर्मा

Sunday, November 27, 2011

       
पहले प्यार का पहला गम 
पहली बार हुई आँखे नम
पहला है तन्हाई का ये मौसम 
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम 

हमने थे देखे साथ जो मिलकर सपने रूठ गये
सारे खिलौने कांच के निकले चन से टूट गये 
अब हम है तन्हाई है एक उदासी छाई है 
धड़कन भी है जैसे मध्यम मध्यम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम 

तुम जो नहीं तो दुनिया हमको अच्छी नहीं लगती 
तुम जो नहीं तो बात कोई हो सच्ची नहीं लगती 
हमने दिल को समझाया  
हमने दिल को समझाया 
सब बातों से बहलाया 
लेकिन दिल का दर्द नहीं होता कम 

आ भी जाओ वरना रो देंगे कम 

पहले प्यार का पहला गम
पहली बार हुई आँखें नम
पहला है तन्हाई का ये मौसम 
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम 

Harish Chand vishwakarma

Monday, October 24, 2011


तुम्ही से मेरा चाँद खिले 
तुम्ही से चाँदनी मिले 
तुम्ही से सुबह हो मेरी 
तुम्ही से मेरी शाम ढले 
तुम्ही से महके हर कली 
तुम्ही से मेरे फूल खिले 
तुम्ही तो अपने हो मेरे 
तुम्ही से है सब गिले 
तुम्ही तो चाहत हो मेरी 
तुम्ही से मेरा दिल मिले 
तुम्ही से जिंदिगी है  मेरी
तुम्ही से है मेरी ये शिलशिले
जब तुझी से ही मेरी सब कुछ मिले 
फिर क्यूँ ना ....... 
हरिश्चंद्र विश्वकर्मा  

Wednesday, October 5, 2011

नवरात्र 

मैली चादर ओढ़ के कैसे 
द्वार तुम्हारे आऊँ 
हे पवन परमेश्वर मेरे 
मन ही मन शरमाऊँ 
मैली चादर ओढ़ के कैसे ........ 

तुने मुझको जग में भेजा 
निर्मल देकर काया  
आकर इस संसार में मैंने 
इसको दाग लगाया 
जनम जनम की मैली चादर 
कैसे दाग छोढाऊँ
मैली  चादर ओढ़ के कैसे....... 

इन पैरों से चलकर तेरे 
मंदिर कभी ना आया 
जहां जहां हो पूजा तेरी 
कभी ना शीश झुकाया 
हे हरिहर मई  हार के आया 
अब क्या हार चढाऊं
मैली चादर के ओढ़ के कैसे .....

Harishchand Vishwakarma

Sunday, August 21, 2011


जन्माष्टमी के हार्दिक कामनाये
हरे राम हरे कृष्णा 
मेरे तो गिरधर गोपाल ना दुसरा कोई

Saturday, July 23, 2011

Love is Wife

 
Biwi ko apni palkon pe bitha lo,
De k khushi us k sary gham chura lo.
Pyar aisa kro k sub dekhte reh jaen
Parosan bi aa k kahe
"mjhe bi apni bewi bana lo"...
 


Thursday, July 21, 2011

Aisi Apni Wife Ho

अपनी ऐसी वाईफ हो
 पांच छः जिसकी हाईट हो 
जींस टाईट- टाईट हो
 चेहरा जिसका ब्राईट हो 
उमर बाईस से सत्ताईस हो,
ऐसी अपनी वाईफ हो 

पडोसी जब बात करे तो हाथ में नाइफ़ हो
डीनर के वक़्त केंडल  लाइट हो  
हम में तुम में कभी न कोई फाईट हो 
मिलने के बाद दिल डीलाईट हो 
ऐसी अपनी वाईफ हो 

Our Birthday

Happy birthday 20/07/1988
First time apni jiwan me 23 warsh ke hone par bahut khushi hui mera happy birth day manya gaya wo bhi office me


Saturday, July 2, 2011


मोहब्बत करके तो देखो 
मोहब्बत करके देखो तो, मोहब्बत क्या नहीं करती !
मोहब्बत खुद भी होती है, मोहब्बत खुद हो जाती है!
मोहबत खुद बनाती है,मोहब्बत खुद भी बनती है !
मोहब्बत खुद भी अंधी है, मोहबत अँधा करती है !
मोहब्बत झुक भी सकती है, मोहब्बत झुका भी देती  है!
मोहब्बत खुद भी नफ़रत है, मोहब्बत प्यार भी करती है !
मोहब्बत प्यार है दिल का, मोहब्बत एसार भी करती है!
मोहब्बत काम है दुःख का, मोहब्बत नाम है सुख का !
मोहब्बत नाम है इस का, मोहब्बत इस ही को कहते है!
मोहबत करके देखो तो, मोहब्बत क्या नहीं करती! 


Harish Vishwakarma

Yaaden

पुराने यादें 
१.
वक़्त है बदला और बदली सी कहानी है 
संग मेरे हसीं पल की यादें पुरानी है 
ना लगाओ मेरे जख्मों पर मरहम 
मेरे पास उसकी बस यही एक निशानी है 
२.
 उसको चाहा भी तो इजहार ना करना  आया 
कट गयी उम्र हमें प्यार न करना आया 
उसने मांगी भी तो हमसे जुदाई मांगी 
और हम थे की हमें इनकार ना करना आया 
३.
वो मिल जाती है कहानी बनकर,
दिल में बस जाते है निशानी बनकर!
जिन्हें हम रखते है अपनी पलकों पर,
क्यों निकल जाते है वो आंसूं बनकर
४.
बरसों के बाद होती हके मुलाक़ात,
फिर भी रहती है दिल में दिल की बात!
नजरों से करना पड़ता है प्यार 
पर नजर मिलाने  के लिए भी करना पड़ता है इंतज़ार
५.
विखरे आंसूं के मोती हम पिरो ना सके 
उसकी याद में साड़ी रात सो ना सके 
बह ना जाए आंसूं में तस्वीर उसकी 
यही सोचकर हम रो ना सके 
६.
हर शाम आती है आपकी याद लेकर 
हर शाम जाती है आपकी याद लेकर 
लेकिन हमें इंतज़ार है उस शाम का 
.जो आएगी आपको साथ लेकर 
Harish vishwakarma

Friday, June 24, 2011

Yadon ke Sahare Jeena Pdta Hai


१. 
इस कदर न यारों से पूछों ..........
जब बात रात की हो, इशारों से पूछों.........
लहरों से खेलना तो समुन्दर का सौख है ........
लगती है चोट कैसे ये किनारों से पूछो .........

२. 
ठुकरा के  उसने मुझको , 
कहा की मुस्कुरावो, मैंने हस दिया 
आखिर सवाल उसकी ख़ुशी का था 
मैंने खोया वो जो मेरा था ही नहीं 
उसने  खोया वो जो सिर्फ उसी का था 
३.
कितना वो इत्मीनान से ठुकरा गए मुझे 
आंसू बना के आँख से टपका गए मुझे 
कैसी ये रहबरी  थी ये कैसा फरेब था 
मंजिल दिखा के राह से भटका गए मुझे 
४. 
उनके  लिए जब हमने भटकना छोड़ दिया  
याद में उनकी हमने तडपना छोड़ दिया,
रोये बहुत वो हमारे पास आकर 
जब हमारे दिल धडकना छोड़ दिया  
 Harish Vishwakarma

Thursday, June 23, 2011

Sajna Sath

Song By Asha Bhosle, Mahendra Kapoor



 मेरा भारत महान







sajana saath nibhana - 2
saathi meri baharon ke raah mein chhod na jaana
sajana saath nibhana - 2
saathi meri baharon ke raah mein chhod na jaana
sajana saath nibhana

aake chala jaaye zamana jo bahaar ka
phool murjhaye na tere mere pyar ka
aake chala jaaye zamana jo bahaar ka
phool murjhaye na tere mere pyar ka
aaj ke vaade sajana
aaj ki baaten sajana
bhul na jaana - 2
sajana saath nibhana - 2
saathi meri baharon ke raah mein chhod na jaana
sajana saath nibhana

waise toh hazaaron nazaren meri raah mein
ek bas tu hi samaya hai nigaahon mein
waise toh hazaaron nazaren meri raah mein
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ek bas tu hi samaya hai nigaahon mein
pyar ki rasmein sajana
pyar ki kasmein sajana
bhul na jaana - 2
sajana saath nibhana - 2
saathi meri baharon ke raah mein chhod na jaana
kisne saath nibhaya - 2
dil ko ek khilona samjha
khela aur thukraya
kisne saath nibhaya

kaha ke yeh vaaden yeh kasmein kaha ki
kaha hai woh duniya yeh baaten hai jaha ki
kaha ke yeh vaaden yeh kasmein kaha ki
kaha hai woh duniya yeh baaten hai jaha ki
jhoothi nagari jhoothe jogi
preeet bhi sachhi kaise hogi
achha dhong rachaya - 2
kisne saath nibhaya - 2
dil ko ek khilona samjha
khela aur thukraya
kisne saath nibhaya

Harish Vishwakrma

Tuesday, June 21, 2011

Jagjit:
gham ka khazana tera bhi hai mera bhi (2)
Both:
yeh nazarana tera bhi hai mera bhi

Lata:
apne gham ka geet bana kar gaa lena (2)
raag puraana tera bhi hai mera bhi (2)
gham ka khazana tera bhi hai mera bhi

Jagjit:
tu mujhko aur main tujhko samjhaaoon kya
Lata:
tu mujhko aur main tujhko samjhaaoon kya
Jagjit:
dil deewana tera bhi hai mera bhi
Lata:
dil deewana tera bhi hai mera bhi
Both:
gham ka khazana tera bhi hai mera bhi

Lata:
shahar mein galiyon galiyon jiska charcha hai (2)
woh afsaana tera bhi hai mera bhi
Jagjit:
maikhane ki baat na kar waiz mujhse (2)
aana jaana tera bhi hai mera bhi
gham ka khazana tera bhi hai mera bhi
Lata:
yeh nazarana tera bhi hai mera bhi
Both:
gham ka khazana tera bhi hai mera bhi

Mere Hamsafar

Mere Hamsafar 

Hamasafar Mere Hamasafar, Pankh Tum Paravaaz Ham
Zindagii Kaa Saaz Ho Tum, Saaz Kii Aavaaz Ham
Hamasafar Mere Hamasafar, Pankh Tum Paravaaz Ham
Zindagii Kaa Giit Ho Tum, Giit Kaa Andaaz Ham

Aa.Nkh Ne Sharamaa Ke Kah Dii
Dil Ke Sharamaane Kii Baat
Pyaar Kii Tum I.Ntahaa Ho
Pyaar Kii Aagaaz Tum
Hamasafar Mere Hamasafar ...

Jii Mein Ho Jab Aasaman Ki
Yaa Zamin Kii Baat Ho
Khatm Hoti Hai Tumhii.N Par
Ab Kahin Kii Baat Ho
Ho Hasin Tum, Mahajabin Tum
Aur Tumhaaraa Naaz Ham
Hamasafar Mere Hamasafar

Harish

Sunday, June 19, 2011

Yaadein Reh Jaati Hain Aur Din Gujar Jaate Hain,
Dekhte Dekhte Hare Bhare Baag Ujad Jaate Hain,
Vaqat Ke Haathon Ka Khilona Hota Hai Insaan,
Jeevan Bhar Ke Humsafar Pal Bhar Mein Bichhad Jaate Hain.



Har taraf padhai ka saya hai
Kitabo main sukh kisne paya hai
Ladke to jate hai tution ladkiyan dekhne
Aur sir kehte hai dekho itni barsat mai ladka padhne aya hai



Harish

Tanhayi

Tanhati
Mil Ke Bicharna Dastoor Hai Zindagi Ka
Ik Yahi Qissa Mashoor Hai Zindagi Ka
Beete Hue Pal Kabhi Laut K Nahi Aate
Yehi Sab Se Bara Qasoor Hai Zindagi Ka


Ye Dil Tum Bin Kahin Lagta Nahin



ये दिल तुम बीन कही लगता नही हम क्या करे -१

तस्वीर में कोई बसता नहीं हम क्या करें

तुम्ही कह दो ये जाने वफ़ा हम क्या करे  

लूटे दिल में दिया जलता नहीं हाँ क्या करें 

तुम्ही कह दो ये जाने वफ़ा हम क्या करे  

ये दिल तुम बीन कही लगता नही हम क्या करे 

किसी के दिल में बस के तडपाना नहीं अच्छा -२

निगाहों को छलकाना देख के छुप जाना नहीं अच्छा ,

उम्मीदों के खिले गुलसन को झुलसना नहीं अच्छा 

हमें तुम बीन कोई जचता नहीं हम क्या करे 

तुम्ही कह दो ये जाने वफ़ा हम क्या करे

लूटे दिल में दिया जलता नहीं हाँ क्या करें

मोहब्बत कर तो ले लेकिन मोहब्बत रास आये भी -२

दिलों को बोह्ज लगाते है कभी जुल्फों के साए भी 


हजारों गम है इस दुनिया में अपने भी पराये भी


मोहब्बत ही क्या गम तनहा नहीं हम क्या करे 


तुम्ही कह दो ये जाने वफ़ा हम क्या करे 


ये दिल तुम बीन कही लगता नही हम क्या करे 


बुझा दो आग दिल की या इसे खुल कर हवा दे दो-२


जो इसका मोल दे पाए उसी अपनी वफ़ा दे दो 


तुम्हारे दिल क्या है बस हमें इतना पता दे दो 


के अब तनहा सफ़र कटता नहीं हम क्या करे 


लूटे दिल में दिया जलता नहीं हाँ क्या करें


ये दिल तुम बीन कही लगता नही हम क्या करे 


Harish vishwakarma






Monday, May 23, 2011


Mera tuhfa tu ker lay qabool
Maaf kerna hoi mujhse bhool

Kiyonke sonay per chahiye mehngai
Main chaanid lay aye. (Alka Yagnik)

Mera tuhfa tu ker lay qabool
Maaf kerna hoi mujhse bhool

Kiyonke lehnga huya bara menga
Main chunri laya aya (Kumar Sanu)

Mera tuhfa tu ker lay qabool
Maaf kerna hoi mujhse bhool

Kiyonke sonay per chahiye mehngai
Main chaanid lay aye.

Chain dil ko mere yaar de day
Mujhko tuhfa nahi pyar day de (Alka Yagnik)

Dil ke badlay tujhay dil dia hay
Pyar main tu tujhse kia hay (Kumar Sanu)

Chhor de in baton ko
Bhool ja soghaton ko
Bhool ja paye ga dil
In haseen mulaqaton ko (Alka Yagnik)

Mera tuhfa tu ker lay qabool
Maaf kerna hoi mujhse bhool

Kiyonke lehnga huya bara menga
Main chunri laya aya (Kumar Sanu)

Kiyonke sonay per chahiye mehngai
Main chaanid lay aye. (Alka Yagnik)

Yahan jisko mili hay muhabbat
Mil gai uski dunia ki dolat (Kumar Sanu)

Ray pyar kisko hay dolat se milta
Aisa saathi hay qismat say milta (Alka Yagnik)

Chhor donga yeh jahan
Saath tera na chhoronga
Hay kia wada main nay
Yeh qasam na toronga (Kumar Sanu)

Mera tuhfa tu ker lay qabool
Maaf kerna hoi mujhse bhool

Kiyonke sonay per chahiye mehngai
Main chaanid lay aye. (Alka Yagnik)

Mera tuhfa tu ker lay qabool
Maaf kerna hoi mujhse bhool

Kiyonke lehnga huya bara menga
Main chunri laya aya (Kumar Sanu)

Kiyonke sonay per chahiye mehngai
Main chaanid lay aye. (Alka Yagnik)

Kiyonke lehnga huya bara menga
Main chunri laya aya (Kumar Sanu)
Harish


Mohabbat Ki Jhooti Kahani Pe Roye Lyrics

Muhabbat Ki Jhuthi Kahani Pe Roye
Ba.di Chot Khai (javani Pe Roye - 2)
Muhabbat Ki Jhuthi ...
Na Socha Na Samajha, Na Dekha Na Bhala
Teri Arazu Ne, Hame.n Mar Dala
Tere Pyar Ki Meharabani Pe Roye, Roye
Muhabbat Ki Jhuthi ...
Khabar Kya Thi Ho.ntho.n Ko Sina Pa.dega
Muhabbat Chhupa Ke Bhi, Jina Pa.dega
Jiye To Magar Zindagani Pe Roye, Roye
Muhabbat Ki Jhuthi ...
Harish 

Sunday, May 22, 2011

 Sweet Love
Ye Dil Mera Jo Bekarar Rahta Hai 
Ye dil mera jo bohat beqaraar rehta hai
Na jaane kiska isay intezaar rehta hai
Wo duur ho ke bhi rehta hai saat-saat meray
Meray khayal ke rath par sawar rehta hai
Kaha tha ishq na karna kisi se dil mairay
Junoo mein khud pay kaha ikhteyaar rehta hai
Udaasi jeel sii ankhon say jab tapakti hai
kinaray aab kohi sogwar rehta 
Intzar 
 Unka waada hai ke wo laut aayenge
Isi ummeed par ham jeeye jayenge
Yeh intezaar bhi unhi ki tarah pyara hai
kar rahe the kar rahe hein aur kiye jayenge
 Andheron Me
Hum to moujood thy andheron main ujalon ki tarha
tum ne chaha hi nahi chahny walon ki tarha
Harish

Ye pal kahin tehra nahi, Yaadon pe toh pehra nahi
Jab dawa se bhi, zakhm na bharay, aise haal mai socho koi kya karay 

Saturday, May 21, 2011

Dard Huaa Hai
Jo dard na hota dil mein,
to khushi ki kimat pata na hoti,
Jo aansu na hote aankho mein,
to aankhein itni khoobsurat na
hoti,
jo bewafai na ki hoti waqt ne,
to wafa ki kabhi chahat na hoti,
agar mangne se poori ho jati
muraadein,
to us khuda ki kabhi jarurat na hoyi
2
wo roothe toh hum bhi chup rahaye
ek baar mana lete tu roz khafa hote
3

 Aise likhne ka bhi kya fayda jo jhuta lage
Aise rang ka bhi kya fayda jo fika lage
Shayari woh hai jo dil se nikle aur jise sunke
Har dil mein thoda sa to dard jage.
Harish masoom

Monday, May 16, 2011

४१
मनुष्यों की कार्यसिद्धि के लिए उत्तम, माध्यम और अधम- 
ये तीन प्रकार के उपाय सुने जाते है, ऐसा वेदवत्ता विद्वान जानते है!
४२
उत्तम, माध्यम और अधम - तीन प्रकार के पुरुष होते है!
इनको यथा योग्य तीन ही प्रकार के कर्मों में लगाना चाहिए!
४३
तीन ही धन के अधिकारी नाजी माने जाते - स्त्री पुत्र तथा दास!
ये जो  कुछ कमाते है ओव धन उसी का होता है जिसके अधीन ये रहते है
  

Sunday, May 15, 2011

Khwab Bankar Koi Ayega


choom kar raat jo sulaayegi to neend aayegi
khwaab ban kar koi aayega to neend aayegi
ab vahi a ke sulaayega to neend aayegi
khwaab ban kar ...
baat jo sirf nigaahon se kahi jaati hai
koi honthon se sunaayega to neend aayegi
khwaab ban kar ...
narm zulfon ki mahak garm badan ki khushabu
chupake chupake vo churaayega to neend aayegi
khwaab ban kar ...
jism haathon ki haraarat se pighal jaayega
aag rag rag mein lagaayega to neend aayegi
khwaab ban kar ...

Saturday, May 14, 2011

8
विद्वान पुरुस किसी विषय को देर तक सुनता है किन्तु शीघ्र ही समझ लेता है,
समझकर कर्त्तव्य बुद्धि से पुरुषार्थ में प्रवृत्त होता है- कामना से नहीं, 
विना पूछे दुसरे के विषय में व्यर्थ कोई बात नहीं कहता है! 
उसका यह स्वभाव पंडित की मुख्य पहचान है
पंडितो की सी बुद्धि रखने वाले मनुष्य दुर्लभ वस्तु की कामना नहीं करते,
खोई हुई वास्तु के विषय में शोक करना नहीं चाहते और विपत्ति में पड़कर घबराते नहीं 
१०
जो पहले निश्रय करके फिर कार्य का आरंभ करता है
कार्य के बीच में नहीं रुकता , समय  को व्यर्थ जाने देता
और चित्त को वस् में रखता है  वही पंडित कहलाता है!
Harish
 

Vidur Niti

विदुर निति 
1
युधिष्ठिर में क्रूरता का अभाव, दया धर्म, सत्य तथा पराक्रम  है!वे अप में पुज्यबुद्धि रखते है! 
इन्ही सदगुणों के कारण वे सोच विचार कर चुप चाप बहुत से क्लेश सह रहे है 
  २
अपने वास्तविक स्वरूप का ज्ञान, उद्योग, दुख सहने की शक्ति और धर्म स्थिरता- 
ये गुण जिस मनुष्य को पुरुसार्थ से बयुत नहीं करते वही पंडित कहलाता है 
जो अच्छे कर्मो का सेवन करता और बुरे कर्मो से दूर रहता है, 
साथ ही जो अस्थिक और श्रृद्धालु है, उसके वे सदगुण पंडित होने के लक्षण है 
क्रोध, हर्ष, गर्व, लज्जा तथा उदंडता तथा अपने को पूज्य समझना-
ये भाव जिसके पुरुषार्थ से भ्रष्ट नहीं करते वही  पंडित कहते है
दुसरे लोग जो जिसके कर्तव्य, सलाह और पहले से किये हुए विचार को नहीं जानते 
बल्कि काम पूरा होने पर ही जानते है वही पंडित कहलाते है 
सर्दी, गर्मी, भय, अनुराग संपत्ति अथवा दरिद्रता - 
ये जिसके कार्य में विघ्न नहीं डालते  वही पनित कहलाता है 
जिसकी लौकिक बुद्धि धर्म और अर्थ का ही अनुसरण करती है 
और जो भोग को छोड़कर प्रुसर्थ का ही वरण करता है वही पंडित कहलाता है    






Sunday, May 8, 2011

Mother Day


I Love You Mother
I Love You Mother
You are so special and kind
And I love you so
You helped to build my mind
And I want you to know.
The thought of you by me
Just makes me smile.
We are so close
Forever and not just a while.
I appreciate you mother
And I love all your style. 
Harish





Saturday, May 7, 2011

मेरी जीवन की अनेक ख्वायिशो को पूरा होने में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा

हरीश

Monday, May 2, 2011

Mukesh
zubaan pe dard bhari daastaan chali aayi
zubaan pe dard bhari daastaan chali aayi
bahaar aane se pahle Khizaan chali aayi
zubaan pe dard bhari daastaan chali aayi

Khushi ki chaah mein main ne uthaaye ranj bade
Khushi ki chaah mein main ne uthaaye ranj bade
meraa naseeb ki mere qadam jahaan bhi pade
ye badnaseebi meri bhi wahaan chali aayi
zubaan pe dard bhari daastaan chali aayi

udaas raat hai veeraan dil ki mahfil hai
udaas raat hai veeraan dil ki mahfil hai
na hamsafar hai koi aur na koi manzil hai
ye zindagi mujhe lekar kahaan chali aayi
zubaan pe dard bhari daastaan chali aayi
bahaar aane se pahle Khizaan chali aayi

Harish chand
zubaan pe dard bhari daastaan chali aayi

Monday, April 4, 2011

मिलकर बिछड़ना दस्तूर है जिंदिगी का,
एक यही किस्शा मशहूर है जिंदिगी का,
बीते हुए पल कभी लौटकर नहीं आते,
यही सबसे बड़ा कसूर है जिंदिगी का,
निकलता चाँद सब को पसंद आता है ,
डूबता सूरज कौन देखना चाहता है ,
टूटता हुआ तारा सब की दुआ इसलिए पूरी करता है ,
क्योंकि उसे टूटने का दर्द मालुम पड़ता है !
Harish

Sunday, March 27, 2011

Innzaar

Wait
1
हसने के बाद क्यों रुलाती है दुनिया,
जाने के बाद क्यों रुलाती है दुनिया!
बाकी रह जाती है क्या जिन्दगी में,
जो मरने के बाद बुलाती है दुनिया!
2
वो नदियाँ नहीं आंसू थे मेरे,
जिन पर वो कश्ती चलाते रहे!
मंजिल उन्हें मिले ये चाहत थी मेरी,
इसलिए हम आंसू बहाते रहें!
3
गम को भुलाना आसूओं को है मुश्किल
आसूओं को भुलाना आँखों को है मुश्किल
आँखों को भुलाना नजारों को है मुश्किल
हमें भुलाना तुमको है मुश्किल
अगर आप भूल भी गए, तो हम ना भूले सनम,
क्योंकि गम का भुलाना हमें है मुश्किल
4
हर धड़कन में एक राज़ होता
हर बात बताने का एक अंदाज़ होता है
जब तक ठोकर ना लगे बेवफाई का
हर किसी को अपने प्यार पर नाज़ होता है
5
जब तुम्हारी याद आती है तो कोई गीत गुनगुनाता हूँ
कहीं आँखों में ना आये आंसू, इसलिए हर घडी मुस्कुराता हूँ

हरीश परदेशी


Monday, March 21, 2011

Naseeb ka khel

Naseeb ka khel
1
Jindagi Kisi Ki Amanat Nahi Hoti,
Amanat Main Kabhi Kayamat Nahi Hoti,
Dil Ko Sambhal Kar Rakhna,
Meri Dosti Ki Kaid Main Jamanat Nahi Hoti
2
Zindagi Ka Safar Toh Ek Haseen Safar Hai
Her Kisii Ko Kisii Na Kisii Ki Talash Hai
Kisii Ke Pass Manzil Hai Toh Raah Nahi
Aur Kisii Ke Pass Rah Hai Toh Manzil Nahi…
3
kabhi dil tute to heran mat hona
kyoki yeh to duniya ka dastur hai
sache aashiq ko bewfai hi milti hai
kyoki yaha sache aashiq ka koi mol nahi,
it’s real
4
Aakhein Aaj akele mein Rona chahti hai,
yaadon mein aapki khona chahti hai,
aap ne itne haseen pal diye hain Zindagi mein,
ke palkein bhi jhukne se pehle aapki Hona chahti hai…
5
Aankho me raha dilme utar kar nahi dekha,
Kasti k musfir ne samandar nahi dekha,
Patthar samajhta raha har mujhe chahne wala,
Mai moom hun kisi ne mujhe chu kar nahi dekha..

Tujhe dekhe bina teri tasveer bana sakta hun,
Tujse mile bina tera haal bata sakta hun,
Hai meri dosti me itna dam,
K meri aankh k aansu tri aankh se gira sakta hun…..

Harish



धरती काहे  पुकारे 
की हम तुम चूरी से, बंधे एक डोरी से, जय्यो कहा हे  हजूर
अरे की  बंधन है प्यार का की हम तुम चूरी से बंधे एक डोरी से
जय्यो कहा से  
कजरा वाली फिर तू, ऐसे काहे निहारे...2
गीत पवन के गोरी, माने तो समझा जा रे 
मतलबवा एक है, एक है नैनन पुकार का 
की हम तुम से, बंधे एक डोरी से
जय्यो कहा ई हजूर ........2 
देखो बादल आये, पवन के पुकारे...2
उल्फत मेरी बीती, अनारी पिया हारे
आएगा रे मजा, रे मजा  ab जीत  हार का
की हम तुम  चूरी से बंधे  एक दूरी से
जय्यो कहा जी हजूर

हरीश
 


Saturday, March 19, 2011

holi

२०११ की होली धूम मचावे
आज न छोड़ेंगे बस हम चोली खेलेंगे हम होली
चाहे भीगे धानी चुनरिया रे छाहे भीगे रे चोली
खेलेंगे हम होली 

our home holi


Sunday, March 13, 2011

Holi 2011


होली में अब वो बात नहीं रही 
होली में अब वो बात नहीं रही 
होली का मतलब सिर्फ शराब पीकर खुर्दंगी काना रह गया है 
रंगों का त्यौहार होली का भारतीय समाज  में खास ही महत्व है 
लेकिन होली में मनचलों की बदती हुडदंगी 
 इस त्योहार का मजा ख़राब कर रही है 
और ज्यातर लोग इस त्यौहार से दूरी बढ़ने लगे है 
होली का मतलब है गिले शिकवें भूल कर 
दोस्तों से गले मिलने से है  

हरीश मासूम  


Saturday, March 12, 2011


ख्वाब

शीशी से बनी एक लड़की पत्थर के नगर में आई
और धुंद रही थी मोती और पत्थर से टकराई
शीशे से बनी ये लड़की इस बात से अनजानी
जब रेट चमकती है तो लगती है दूर से पानी
ये फूल है सब कागज़  के लेकिन वो समझ न पायी 
शीशे कीबनी एक लड़की पत्थर की नगर में आई
वो धुंध अहि थी मोती और पत्थर से टकराई
शीशे से बनी लड़की से कह दो की ना बाद में रोना
कुछलोग है जो पीतल के कहते है वो खुद को सोना
ये झूठ का पुल टूटेगा और घेरी है गम की खाई
शीशे की बनी एक लड़की पत्थर की नगर में आई
वो दूंध रही थी मोती और पत्थर से टकराई
हरीश  

Khamoshi


दिल कही तो होश कही
दिल कही होश कही रहता है आजकल
हर वक़्त  खफा- खफा रहती है आजकल
तुम छू लो तो ये यकीन आ जायेगा
की मुझमे भी कोई रहता है आजकल

खामोश थे हम मगरूर समझ लिया
चूप है हम तो मजबूर समझ लिया
यही आप की खुशनशिबी है,की हम कितने करीब है
फिर भी आप ने हमें दूर समझ लिया
हरीश मासूम



ख़ामोशी
कहना तो बहुत कुछ  चाहते थे उनको ...
मगर जुबान ने साथ नहीं दिया .....
कभी वक़्त की ख़ामोशी में खामश रहे हम .....
तो कभी उनकी ख़ामोशी ने कुछ कहने ना दिया ...
जब खामोश थी धडकने,
और दिल ने साथ ना दिया
तब नजरों की ख़ामोशी ने
 सब कुछ कह दिया
जिंदिगी लम्बी है दोस्त बनाते रहो 
दल मिले या ना मिले हाथ मिलते रहो 
दिल ना उनुमिद तो नहीं ना- काम ही तो है 
लम्बी है गम की श्याम, मगर श्याम ही तो है 

हरीश मासूम  

Thursday, March 10, 2011

yaaden

जब याद करते है आप को, वो वक़्त सुहाना होता है!
उठ जाती है कलम लिखने को वो प्यार दीवाना होता है!
कर देती है हाल ये दिल बयान शायराना होता है!
जब याद करते ही आप को वो वक़्त सुहाना होता है

रोज़ किसी  का  इंतज़ार होता है 
रोज ये दिल बेक़रार होता है 
कास के कोई समझ पाता
की चुप रहने वालों को भी किसी से प्यार होता है  

Saturday, February 19, 2011

लखनऊ की यात्रा 
१. भूल भुलैया
२. चिड़िया घर 
३. रेजीडेंसी ०९-०२-२०११
४.सहारागंज (सहरमोल )
५.आंबेडकर पार्क 
६.फन रेपुब्लीक मोल
७.रेवेर्स साइड मोल   
८.नारी नाट्यकला  केन्द्रीय ०९-०२-२०११
९.हाईकोर्ट 
१०.सिरडी के साईं बाबा  
भूल भुलैया
१. भूल भुलैया- सबसे ख़ास बात यह था की अगर दुश्मन मेनगेट पर है तो भूल भुलैया में एक ऐसा स्था हा जो वह के लोग दूर से देखकर वह से वार कर सकते है और दुश्मन देख भी नहीं  पायेगा  
२.वहापर एक कुआं है जो की खजाने की चाभी उसी में गिरी हुई है आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है
३.भूल भुलैया में जितने भी खिड़की है और दरवाजे है सब एक जैसा ही बने हुए है उसमे जाने का एक ही दरवाजा है और आने का भी उसी रास्ते से आते है लेकिन फिर भी लोग भूल जाते है  
खुबसूरत गार्डेन विदेशी पर्यटक भी यहाँ आते
४. इस में सुरंग भी बने हुए है जो की चारों दिशायों की तरफ जाने रास्ता था लेकिन अब बंद हो चूका है
५. मकबरा भी बना हुआ है और भूल भुलैया में कोई माची का तीली जलने पर उसमे से माचिस के तीली के जलने की आवाज स्पस्ट सुनाई देती है !
२. चिड़िया घर-
1 चिड़िया घर में मेनगेट पर प्रवेश करते ही वहा पर स्क्रीन पर उसके अन्दर कौन कौन से जानवर, पशु पक्षी है slide के माध्यम से दीखाया गया है फिर आगे जैसे जैसे जायेंगे वैसे वैसे आपको सभी जानवर देखने को मिलेंगे गोष्ठीयों में एकजुट बैठे मिलेंगे कई रंग के चिड़िया जो आप कभी देखें नहीं होंगे तोता की अनेक किस्में को भी देखने क मिलेंगी 
शेर ,चीता, तेंदुआ, सफ़ेद शेर, भालू, चिम्पैंजी , गैंडा , दरियाई घोडा, जीरफ मगरमक्ष घड़ियाल आदि अक्नेक जानवर देखने को मिलते है 
२. सांप में जहरीले सांप अजगर कोबरा आदि देखने को मिलेंगे 
३. कौन सा जानवर को कितना  भोजन लिमिट में देना चाहिए सब कुछ लिखा हुआ मिलेगा 
४. सबसे बड़ी बात तो यह है की उसमे ट्रेन की सुविधा भी है बच्चों को बैठकर कर उस ट्रेन के माद्यम से सब जानवरों  को देखना आदि


    

Updesh Manjari


उपदेश मंजरी
दुःख तो इस बात का है हरीश  इस संसार में भक्त कहलाने वाले लोग तो बहुत है, लेकिन दुसरे का दर्द नहीं समझते है! दुकान पर बैठ गए है, तो ठगने से पीछे नहीं हटेगे, अगर ज्ञानी है, तो ज्ञान से ठग रहे है, धनी है तो अपने धन के माध्यम से ठग रहे है! यदि उचे पद पर बैठे हुए है, तो अपने रौब से ठग रहें है, किसी न किसी तरह से यह ठगी, निर्दयिता चल रही है! मंदिर में जाते है, तो माथा झुकाने में पीछे नहीं, लेकिन ठगने में भी पीछे नहीं! संतों ने इसलिए तो कहा है हरीश अगर तू भक्त बनता है, तो पूरा भक्त बन और ठग भी बनता है, तो पूरा ठग तो बन, दुनिया को अत तो लगे, की तू आदमी ठग है, तू दूसरों का मुखौटा क्यों पहनता  है!
Harish

Monday, February 14, 2011

Kabhi to Subah Hoga


वो सुबह कभी तो आयेगी,
इन कली सदियों के सर से,
जब रात का आँचल ढलेगा,
जब अम्बर झूम के नाचेगा,
जब धरती नभ में गाएगी,
वो सुबह कभितो आयेगी,
Harish 

Wednesday, February 9, 2011

Tips Shayari

जीभ में लगा घाव तो पुज जाता है 
लेकिन जीभ से लगा घाव कभी भी नहीं पुजता है 
चल गया तो पैसा ही पैसा 
अगर नहीं चला तो पहले जैसा

Wednesday, February 2, 2011

हरीश
प्यार का तौफा दोस्त करना प्रेम कबूल
याद रखना इस २०११ को कभी ना जाना भूल
 जिंदिगी तनहा 
दिन गुजरता नहीं है लोगों में 
रात होती नहीं हा बस तनहा 
हमने दरवाजे तक तो देखा था 
फिर ना जाने कोई किधर तनहा 
काफिला साथ और सफ़र तनहा 
जिन्दगी हुई बसर तनहा

हरीश विश्वकर्मा