Thursday, December 2, 2010

Friends

१:- खुदा जब हुस्न देता है तो, खुशिया आ जाती है,
     दोस्ती की नहीं जजाती दोस्ती हो जाती है
२:  अब के बिछ्ड़ें तो शायद ख़्वाबों में मुलाकात हो,
     सूखे हुए गुलाब किताबों में मिले!


Written by: - Harishchand .V .

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